आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संभवत: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह नेताओं को जानकारी देंगे। सिंह बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को निशाना बनाकर कई कदम उठाने की घोषणा की है।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के मद्देनजर सरकार गुरुवार को सर्वदलीय बैठक बुलाने जा रही है। इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई थी। बैठक शाम छह बजे संसद भवन में शुरू होने की उम्मीद है। बैठक की अध्यक्षता रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह कर सकते हैं। इस बैठक में प्रत्येक पार्टी से एक नेता के शामिल होने की उम्मीद है। समाचार एजेंसी पीटीआई ने सूत्रों के हवाले से बताया कि गृह मंत्री अमित शाह और राजनाथ सिंह ने इस मुद्दे पर विभिन्न दलों के नेताओं से बात की। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू भी नेताओं को बैठक में शामिल होने के लिए आमंत्रित कर रहे हैं। सिंह पर्यटकों को निशाना बनाकर किए गए क्रूर आतंकी हमले के बारे में विभिन्न दलों के नेताओं को जानकारी भी देंगे। बताया जा रहा है कि बैठक में छोटे दलों को आमंत्रित नहीं किया गया है।
सर्वदलीय बैठक में कौन-कौन शामिल हो रहा है, आइए जानते हैं। इसमें शामिल होने वाले दलों की पूरी सूची तैयार की जा रही है।
डीएमके – तिरुचि एन शिवा
टीएमसी – सुदीप बंद्योपाध्याय
टीडीपी – लावु श्री कृष्ण देवरायलु
शिवसेना – श्रीकांत शिंदे
जेडीयू – संजय झा
आरजेडी – एडी सिंह/मनोज झा
बुधवार की बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम आतंकी हमले के मद्देनजर स्थिति का जायजा लिया और सरकार की रणनीति पर विचार-विमर्श किया।
केंद्र सरकार ने सर्वदलीय बैठक बुलाई
आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि संभवत: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और गृह मंत्री अमित शाह नेताओं को जानकारी देंगे। सिंह बैठक की अध्यक्षता करेंगे। सरकार ने पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान को निशाना बनाकर कई कदम उठाने की घोषणा की है।
पहलगाम में मंगलवार को आतंकवादियों के हमले में कम से कम 26 लोगों की मौत हो गई। इनमें अधिकतर पर्यटक थे। सूत्रों ने बताया कि विदेश मंत्री एस जयशंकर भी बैठक को संबोधित कर सकते हैं। सर्वदलीय बैठक बुलाने का निर्णय बुधवार को लिया गया तथा सिंह एवं शाह ने विभिन्न दलों से संपर्क किया।
राष्ट्रीय सुरक्षा पर गंभीर असर डालने वाली किसी भी घटना के बाद सर्वदलीय बैठक बुलाने की परंपरा रही है, जैसा कि 2019 में पुलवामा आतंकवादी हमले के बाद या 2020 में भारत-चीन गतिरोध के दौरान देखा गया था। इससे संकट के समय में राष्ट्रीय एकता की तस्वीर पेश होती है और विपक्षी नेताओं को सरकार तक अपने विचार पहुंचाने एवं आधिकारिक स्थिति के बारे में विस्तार से जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिलता है।
पाकिस्तान को कड़ा संदेश
भारत ने पहलगाम आतंकवादी हमले के मद्देनजर बुधवार को पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए उसके साथ राजनयिक संबंधों में व्यापक कटौती करने, 1960 की सिंधु जल संधि स्थगित करने और अटारी चौकी को बंद किए जाने समेत कई फैसले किए।
पहलगाम में नृशंस हमले में 26 लोगों की मौत के एक दिन बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा संबंधी कैबिनेट समिति (सीसीएस) की बैठक हुई, जिसमें इस कायरतापूर्ण हमले के प्रति भारत के जवाबी कदमों को अंतिम रूप दिया गया तथा सुरक्षा बलों को ‘‘उच्च सतर्कता’’ बनाए रखने का निर्देश दिया गया।