महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के लिए 23 नवंबर को मतगणना हुई और प्रचंड बहुमत मिलने के बावजूद भाजपा नीत महायुति गुट मुख्यमंत्री पर फैसला नहीं कर पाया है। उम्मीद है कि आज तस्वीर साफ हो जाएगी। महाराष्ट्र भाजपा के साथ ही शिवसेना और एनसीपी के शीर्ष नेता दिल्ली में मौजूद हैं।
महाराष्ट्र का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा, इस सवाल का जवाब आज मिल सकता है। दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ महायुति के बड़े नेताओं की बैठक होने जा रही है।
माना जा रहा है कि आज महाराष्ट्र के अगले मुख्यमंत्री के तौर पर देवेंद्र फडणवीस के नाम पर मुहर लग जाएगी। विधानसभा चुनाव से पहले एकनाथ शिंदे सीएम थे, जबकि देवेंद्र फडणवीस डिप्टी सीएम के तौर पर काम कर रहे थे।
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महाराष्ट्र में 2 दिसंबर को शपथ ग्रहण समारोह हो सकता है। यह भव्य कार्यक्रम वानखेड़े स्टेडियम में आयोजित करने की योजना बनाई जा रही है। शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ ही भाजपा और एनडीए के शीर्ष नेता शामिल होंगे। भाजपा और एनडीए शासित राज्यों के सीएम को भी आमंत्रित किया जाएगा।
इस बीच, उद्धव ठाकरे ने शिवसेना (यूबीटी) गुट के नेताओं की बैठक बुलाई और चुनाव में शर्मनाक प्रदर्शन की समीक्षा की। बैठक के बाद यूबीटी नेता अंबादास दानवे ने कहा, शिवसेना (यूबीटी) को अलग से चुनाव लड़ना चाहिए था। महाराष्ट्र विधानसभा में महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस और शरद पवार एनसीपी) के साथ चुनाव लड़कर उद्धव ठाकरे की पार्टी को नुकसान हुआ है।
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महाराष्ट्र की 30 फीसदी आबादी मराठा है. ऐसे में बीजेपी सोच-समझकर फैसला लेना चाहती है. पार्टी किसी भी हालत में नहीं चाहती कि मराठा समाज में गलत संदेश जाए. अगर ऐसा हुआ तो उद्धव ठाकरे और शरद पवार को इसका फायदा उठाने का मौका मिल जाएगा.