मध्य प्रदेश विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने बीना विधायक निर्मला सप्रे की सदस्यता समाप्त करने के लिए हाईकोर्ट की इंदौर बेंच में याचिका दायर की है। कांग्रेस पहले ही साफ कर चुकी है कि वह सप्रे को विधानसभा सत्र में विपक्ष में अपने साथ नहीं बैठाएगी।
कांग्रेस ने बीना विधानसभा क्षेत्र से विधायक निर्मला सप्रे की विधानसभा सदस्यता समाप्त करने के लिए मध्य प्रदेश हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने हाईकोर्ट की इंदौर खंडपीठ में इस संबंध में याचिका दायर की है।
इस बीच विजयपुर से नवनिर्वाचित विधायक मुकेश मल्होत्रा आज कांग्रेस कार्यालय पहुंचे। इस दौरान प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी ने उनका स्वागत किया। इस दौरान पूर्व विधायक सत्यपाल सिंह सिकरवार का भी स्वागत किया गया, विजयपुर चुनाव की कमान उन्हीं के हाथों में थी।
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मुकेश मल्होत्रा ने विजयपुर में अधिकारियों और कर्मचारियों पर भाजपा के एजेंट के तौर पर काम करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा- मुझे नाम वापस लेने के लिए पैसों का ऑफर भी दिया गया। पहले मुझे 2 करोड़ और फिर 3 करोड़ रुपए का ऑफर दिया गया। कांग्रेस नेताओं का कहना है कि अगर विजयपुर की तरह बीना में भी चुनाव हो जाएं तो कांग्रेस जीतेगी।
कांग्रेस ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह बीना से विधायक निर्मला सप्रे को अपने साथ नहीं बैठाएगी। कांग्रेस ने मान लिया है कि वह अब भाजपा की सदस्य हैं। वह भाजपा की बैठकों में भी शामिल हो चुकी हैं।
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विधानसभा का शीतकालीन सत्र 16 दिसंबर से शुरू होने जा रहा है, इसमें कांग्रेस सदस्य निर्मला को विपक्ष में अपने साथ नहीं बैठाएंगे। इसके साथ ही विधानसभा सत्र से पहले 15 दिसंबर को होने वाली विधायक दल की बैठक में भी निर्मला सप्रे को नहीं बुलाया जाएगा।