शादी के सीजन में सूट-बूट वाले गिरोह द्वारा चोरी की वारदातें बढ़ गई हैं। ये चोर शादी पार्टियों में मेहमान बनकर घुसते हैं और पलक झपकते ही नकदी और जेवरात चुरा लेते हैं। इन वारदातों को रोकने के लिए रायपुर पुलिस ने सुरक्षा बढ़ाने की योजना बनाई है। चोरों पर सीसीटीवी कैमरे और सादे कपड़ों में पुलिसकर्मियों की तैनाती से नजर रखी जाएगी।
रायपुर. सर्दी की दस्तक के साथ ही शहर में चोरी की घटनाएं अन्य महीनों की अपेक्षा बढ़ जाती हैं। स्थानीय के साथ-साथ बाहरी चोर भी चोरी करने में सक्रिय हो जाते हैं। इसी परिप्रेक्ष्य में पिछले कुछ सालों में शादी समारोहों में चोरी की घटनाओं में इजाफा हुआ है। पिछले दो सालों में राजधानी में शादी समारोहों में करीब एक दर्जन चोरियां हो चुकी हैं। इसके चलते पुलिस की मुश्किलें बढ़ गई हैं। चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए पुलिस इस बार होने वाली बड़ी शादियों पर नजर रखने की बात कह रही है। इसके लिए सादे कपड़ों में समारोह स्थल के आसपास पुलिस के जवान तैनात रहेंगे। सूट-बूट वाले गिरोह पर भी पुलिस की नजर है।
गौरतलब है कि लोग शादी समारोह आयोजित करने के बजाय होटलों और मैरिज पैलेसों में आयोजन कर रहे हैं। इसका फायदा चोर गिरोह उठा रहे हैं। गिरोह के बदमाश सज-धज कर शादी समारोह में शामिल होने जाते हैं और मेहमानों को बेवकूफ बनाकर उपहार, जेवरात समेत अन्य कीमती सामान लेकर चंपत हो जाते हैं।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्ना' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं। लिंक नीचे दिए गए हैं।
क्राइम एएसपी संदीप मित्तल के अनुसार शादी समारोह आयोजित करने वाले होटल, धर्मशाला, मैरिज पैलेस के संचालकों को वहां लगे सीसीटीवी कैमरे अपडेट करने को कहा गया है। साथ ही उन्हें समारोह स्थल पर नजदीकी थाने के नंबर के साथ टीआई का नंबर भी लिखने को कहा गया है। थाने और टीआई के नंबर लिखे जाने के बाद अगर किसी तरह की अप्रिय स्थिति बनती है तो पुलिस को घटना की तुरंत सूचना दी जा सकेगी।
शादी समारोह में चोरी करने वाला सूट बूट गैंग मूल रूप से मध्य प्रदेश के राजगढ़ से आता है। राजगढ़ का यह गैंग देव उठनी एकादशी के बाद सक्रिय हो जाता है और अलग-अलग ग्रुप बनाकर यहां चोरी करने पहुंचता है। यह गैंग दिन में फेरीवाले का वेश धारण कर होटलों, मैरिज पैलेस की रेकी का काम करता है। इसके बाद रेकी करने वाला व्यक्ति अपने अन्य साथियों के साथ शादी समारोह आयोजित होने वाले स्थान की जानकारी साझा करता है।
पुलिस के अनुसार, शादी समारोह में चोरी करने के बाद गिरोह के अपराधी चोरी का माल खुद रखने के बजाय अपने किसी अन्य साथी को दे देते हैं। जिस बदमाश को माल मिलता है, वह यहां रहने के बजाय माल लेकर अपने गांव भाग जाता है।
चोर गिरोह से जुड़े बदमाशों को पता है कि जिस स्थान पर उन्होंने चोरी की है, वहां सीसीटीवी के आधार पर उन्हें पकड़ा जा सकता है। इसलिए वे चोरी का माल अपने अन्य साथियों को दे देते हैं। इसलिए पकड़े जाने के बाद भी पुलिस चोर गिरोह के इन बदमाशों से माल बरामद नहीं कर पाती है।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्ना' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं। लिंक नीचे दिए गए हैं।
शादी समारोहों में चोरी रोकने के लिए पुलिस टीम को पहले से अलर्ट कर दिया गया है। दूसरे शहरों से आने वाले संदिग्धों पर नजर रखी जा रही है। शादी समारोहों में चोरी के आरोप में पूर्व में पकड़े गए लोगों की वर्तमान लोकेशन के बारे में जानकारी जुटाई जा रही है। लखन पटेल, एएसपी सिटी
पुलिस के अनुसार शादी समारोहों में चोरी करने वाला राजगढ़ का गिरोह इतना शातिर है कि जिस शहर में वे अपना ठिकाना बनाते हैं, वहां आमतौर पर चोरी करने से बचते हैं। गिरोह के बदमाश जिस शहर या जिले में अपना ठिकाना बनाते हैं, वहां चोरी करने चले जाते हैं। चोर गिरोह के सदस्य जिस जगह अपना ठिकाना बनाते हैं, वहां सिर्फ रेकी करते हैं।