भोपाल । वर्तमान में हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी बना हुआ है। उत्तर भारत में न्यूनतम तापमान में गिरावट होने लगी है। प्रदेश में भी दिन के साथ-साथ रात का पारा भी लुढ़कने लगा है।हरियाणा पर हवा के ऊपरी भाग में चक्रवात के रूप में बना पश्चिमी विक्षोभ अब उत्तर-पश्चिमी उत्तर प्रदेश पर आ गया है। जानकारी के मुताबिक पिछले चौबीस घंटों के दौरान प्रदेश में दतिया सबसे ठंडा रहा, जहां न्यूनतम तापमान 4.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो पिछले दिन के मुकाबले 5.3 डिग्री सेल्सियस तक कम रहा। ग्वालियर में न्यूनतम तापमान 5.5 डिग्री सेल्सियस रहा। हिल स्टेशन पचमढ़ी में न्यूनतम तापमान 11.4 डिग्री सेल्सियस रहा। राजधानी भोपाल में भी रात का पारा मामूली रूप से लुढ़ककर 13.6 डिग्री सेल्सियस पर आ गया। वहीं अधिकतम तापमान में तीव्र गिरावट देखी गई। भोपाल में बुधवार को दिन का पारा 10 डिग्री लुढ़क गया और अधिकतम तापमान 17.9 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, यह सामान्य तापमान से भी करीब सात डिग्री सेल्सियस कम रहा। गुरुवार को सुबह भोपाल में मध्यम कोहरा छाया रहा और दृश्यता 200 से 500 मीटर के आसपास दर्ज की गई।
बुधवार को प्रदेश में दिन का सबसे कम 17.2 डिग्री सेल्सियस तापमान सतना में दर्ज किया गया। कई जिलों में शीतलहर भी चली। पूर्व वरिष्ठ मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि अरब सागर एवं बंगाल की खाड़ी से नमी आने के कारण कोहरा छा रहा है। दरअसल आंध्र प्रदेश और उससे लगे छत्तीसगढ़ पर एक प्रति चक्रवात बना हुआ है। उसकी वजह से बंगाल की खाड़ी से नमी आ रही है। इसी तरह अरब सागर से लेकर गुजरात तक एक द्रोणिका बनी हुई है। इस वजह से अरब सागर से भी नमी आ रही है। प्रदेश में तापमान भी कम है। इससे लगातार कोहरा बना हुआ है। साथ ही कहीं-कहीं बादल भी मौजूद हैं। इस वजह से कहीं-कहीं हल्की वर्षा भी हो रही है। इस तरह की स्थिति अभी दो-तीन दिन तक बनी रह सकती है।
12 जनवरी को एक नए पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत में आने की संभावना है। मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ विज्ञानी एसएन साहू ने बताया कि वातावरण में बड़े पैमाने पर नमी मौजूद रहने के कारण प्रदेश के अधिकतर शहरों में सुबह के समय कोहरा बरकरार है। साथ ही कहीं-कहीं बादल भी छाए हुए हैं। मौसम विज्ञानी साहू के मुताबिक अभी दो दिनों तक सुबह के समय मध्यम स्तर का कोहरा छाए रहने की संभावना है। हवाओं का रुख उत्तरी एवं उत्तर-पूर्वी रहने के कारण रात के तापमान में मामूली गिरावट हो सकती है। 13-14 जनवरी के बाद तापमान में मामूली बढ़त देखने को मिल सकती है।