जबलपुर, । गत दिवस उज्जैन से महाकाल के दर्शन कर लौट रहीं एक ४० वर्षीय भिक्षुक महिला का रास्ते में स्वास्थ्य बिगड़ने के बाद शहर में उपचार के दौरान मृत्यु हो गई। निर्धन पति की मौजूदगी में मोक्ष संस्था द्वारा महिला का चौहानी मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। इसी तरह दो अन्य निराश्रितों की सूचना प्राप्त होने पर उन्हें मोक्ष आश्रय लाया गया। प्राप्त जानकारी के अनुसार सिविल लाइन
थाना पुलिस से मोक्ष संस्था के आशीष ठाकुर को सूचना मिली की भिक्षावृत्ति कर जीवनयापन करने वाली ४० वर्षीय रेखा नामक महिला अपने पति वीरू बाल्मीक के साथ ८ जनवरी को उज्जैन में महाकाल लोक के दर्शन कर शहर लौट रहीं थीं। इसी दौरान रेलवे स्टेशन पर वे बीमार हो गईं। स्टेशन में काफी देर तक बीमारी में महिला पड़ी रहीं। बाद में सिविल लाइन थाना पुलिस को मिली सूचना के बाद महिला को नेताजी सुभाषचंद्र बोस मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया। उपचार के दौरान गत दिवस महिला ने दम तोड़ दिया। निर्धन पति के पास किसी प्रकार की व्यवस्था न होने की वजह से सिविल लाइन थाना पुलिस द्वारा मोक्ष संस्था के आशीष ठाकुर को सूचना दी गई।
सूचना पर मोक्ष संस्था के सहयोगियों ने मृतका के पति द्वारा की गई यथा संभव मदद लेते हुए चौहानी मुक्तिधाम में अंतिम संस्कार किया गया। इस दौरान संस्था सहयोगी प्रशांत ठाकुर, योगेश कोरी, नीरज मिश्रा, कैलाश पटेल आदि मौजूद रहे। इसी दौरान दो निराश्रित अज्ञात बुजुर्गो की सूचना पर उन्हें मोक्ष आश्रय में शरण दी गई। पीड़ित मानवता की सेवा में जुटी संस्था ने इस सेवा कार्य में सभी से यथासंभव सहयोग का आग्रह किया हैं।