अगर आप देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में रहते हैं या मां अहिल्या की नगरी घूमने जा रहे हैं तो ये खबर ध्यान से पढ़ लें। नए साल में इंदौर शहर में भीख मांगने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। यहां पहले से ही भिखारियों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है।
मध्य प्रदेश के इंदौर शहर को भिखारियों से मुक्त करने के लिए अभियान शुरू किया गया है। सबसे पहले भिखारियों को हटाया गया। अब भीख देने वालों पर नकेल कसने की तैयारी है। फरवरी से शुरू हुए अभियान के पहले चरण में अगस्त तक भिखारियों और उनके परिजनों को भीख न मांगने की समझाइश दी गई।
सितंबर से दिसंबर तक भिखारियों को मुक्त कराया जा रहा है। अब नए साल से इंदौर में भीख मांगने वालों और भीख देने वालों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई शुरू की जाएगी।
स्वच्छ शहर इंदौर को भिक्षुक मुक्त शहर बनाने के लिए चल रहे अभियान का तीसरा चरण एक जनवरी से शुरू किया जाएगा। इसमें भिक्षावृत्ति को बढ़ावा देने वालों और भीख देने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।
अगर आप देश और दुनिया की ताज़ा ख़बरों और विश्लेषणों से जुड़े रहना चाहते हैं, तो हमारे यूट्यूब चैनल और व्हाट्सएप चैनल से जुड़ें। 'बेजोड़ रत्न' आपके लिए सबसे सटीक और बेहतरीन समाचार प्रदान करता है। हमारे यूट्यूब चैनल पर सब्सक्राइब करें और व्हाट्सएप चैनल पर जुड़कर हर खबर सबसे पहले पाएं।
गौरतलब है कि केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय ने देश के दस शहरों को भिखारी मुक्त बनाने के लिए पायलट प्रोजेक्ट शुरू किया है। इसमें इंदौर भी शामिल है। इंदौर को भिखारी मुक्त बनाने के लिए सात विभागों को शामिल कर टीमें बनाई गई हैं। ये टीमें शहर में लगातार कार्रवाई कर रही हैं।