शहर में कानून व्यवस्था की स्थिति बिगड़ती जा रही है। इसलिए इसे सुधारने के लिए पुलिस सड़कों पर उतरी। पुलिस ने सड़कों पर वाहनों के खिलाफ तो कार्रवाई की। लेकिन ठेले-खोमचे आदि में खुलेआम शराब पीने वालों के खिलाफ पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। इसलिए शहर में खुलेआम शराब पीने का खेल चलता रहा।
ग्वालियर. शहर का माहौल सुधारने के लिए पुलिस लगातार दूसरे दिन सड़कों पर उतरी. बिना किसी पदनाम के वाहनों पर हॉर्न लगाकर रौब झाड़ने वालों पर भी पुलिस ने सख्त कार्रवाई की. कार के शीशों से काली फिल्में भी उतरवाई गईं
. कुछ स्थानों पर सड़कों पर खुलेआम शराब पीने वालों पर कार्रवाई की गई, लेकिन ज्यादातर स्थानों पर शराब की दुकानों के आसपास शराब पीने का दौर चल रहा था. यहां शराब पीने से सबसे ज्यादा माहौल खराब होता है. शराब के नशे में मारपीट भी होती है. यहां पुलिस को अभी और सख्ती की जरूरत है.
शहर के अलग-अलग इलाकों में जाकर जायजा लिया। चौराहों पर पुलिस तैनात मिली, जगह-जगह वाहनों की चेकिंग की जा रही थी। कुछ जगहों पर नशेड़ियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही थी। लेकिन शराब की दुकानों के बाहर सख्ती बेअसर दिखी।
बुलेट के साइलेंसर से गोली जैसी आवाज निकल रही थी, पकड़ा गया
पुलिस मुरार इलाके में चेकिंग कर रही थी। तभी यहां से एक बुलेट सवार गुजरा। बुलेट सवार साइलेंसर से गोली जैसी आवाज निकाल रहा था। उसे पुलिस ने पकड़ लिया और जुर्माना लगाया।
पुलिस ने लश्कर के रक्सी ब्रिज, माधोगंज चौराहा, महाराज बाड़ा, सराफा बाजार, दौलतगंज और आसपास के बाजारों में फ्लैग मार्च निकाला। शाम को करीब दो घंटे तक पुलिस बाजारों में घूमती रही।