नेपानगर पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जिसने 16 साल पहले खंडवा में एक हत्या की थी। तब से वह बुरहानपुर में अपनी पहचान छिपाकर रह रहा था। उसने अपना नया आधार कार्ड भी बनवा लिया था। लेकिन आखिरकार वह पुलिस के हत्थे चढ़ ही गया।
नेपानगर. पड़ोसी खंडवा जिले के किल्लौद थाना क्षेत्र में एक युवक की हत्या कर पिछले 16 साल से बुरहानपुर जिले में फरार चल रहे रामचंद्र उर्फ सुरेश गोंड 47 वर्षीय को नेपानगर थाना पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी की गिरफ्तारी पर खंडवा पुलिस ने दस हजार रुपए का इनाम भी घोषित किया था।
आरोपी रामचंद्र उर्फ सुरेश मूल रूप से हरदा जिले के ग्राम भवरडी थाना छीपावड़ का रहने वाला है। वर्ष 2008 में जूनापानी में खेती और मजदूरी के दौरान आपसी विवाद के चलते हरदा जिले के विश्नोई नामक युवक की हत्या कर दी थी।
इसके बाद वह अपनी बाइक से बैतूल और अकोला होते हुए बुरहानपुर आ गया। तब से वह नेपानगर के बीड़ इलाके में रह रहा था। पुलिस ने आरोपी को कोर्ट में पेश करने के बाद मामला किल्लौद पुलिस को सौंप दिया।
नेपानगर थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल ने बताया कि 18 नवंबर को बीड़ निवासी हेमलता पत्नी विप्पल धुर्वे ने थाने में शिकायत की थी कि पड़ोस में रहने वाला सुरेश बेवजह झगड़ा करता है।
साथ ही वह उसे जान से मारने की धमकी भी देता है और कहता है कि उसने पहले भी एक हत्या की है। जब सुरेश को थाने बुलाकर सख्ती से पूछताछ की गई तो उसने सारी सच्चाई उगल दी।
इससे 16 साल पुराने हत्याकांड का राज खुल गया। आरोपी रामचंद्र ने बताया कि यहां उसने सुरेश पुत्र संतोष गोंड के नाम से दूसरा आधार कार्ड बनवाया था।
इस कार्रवाई में थाना प्रभारी ज्ञानू जायसवाल के अलावा उपनिरीक्षक कलीराम मोर्य, एएसआई सुनील दुबे, जगदीश मंसूरा और आरक्षक सुरेश गोयल की महत्वपूर्ण भूमिका रही।