अस्पताल में भर्ती गंगा राम यादव ने ऑपरेशन के दौरान 'तू 16 बरस की मैं 17 बरस का किस' गाना गाया। यह गाना 1980 के दशक का है। 1980 में आई फिल्म 'कर्ज' का यह गाना काफी मशहूर हुआ था। यह अपने समय का सुपरहिट गाना है। इस गाने को किशोर डी और लता जी ने गाया था।
प्रतिनिधि जांजगीर-चांपा। जांजगीर जिले के एक निजी नर्सिंग होम में ऑपरेशन थियेटर में तैयारियां चल रही थीं। एक 70 वर्षीय बुजुर्ग को अस्पताल लाया गया था। मरीज कुछ दिनों से हर्निया से पीड़ित था। इसके इलाज के लिए वह एक निजी नर्सिंग होम में आया था।
जब डॉक्टर ने 70 वर्षीय बुजुर्ग का ऑपरेशन करना शुरू किया तो मरीज के मुंह से गाना सुनकर खुश हो गए। इस दौरान किसी ने मरीज के गाते हुए वीडियो बना लिया। और अब यह ऑपरेशन थियेटर का वीडियो वायरल हो रहा है, जिसमें ऑपरेशन किया जा रहा मरीज गाना गाता नजर आ रहा है।
आमतौर पर ऑपरेशन का नाम सुनते ही मरीज का ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है। लेकिन जांजगीर के एक निजी नर्सिंग होम के ऑपरेशन थियेटर का वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें सक्ती जिले के हसौद निवासी 70 वर्षीय मरीज गंगा राम यादव हर्निया के ऑपरेशन के दौरान तू 16 बरस की मैं 17 बरस का गाना गाते नजर आ रहे हैं।
ऑपरेशन करने वाले डॉक्टर भी मरीज के इस अंदाज से खुश नजर आ रहे हैं. गाना गाने के बाद गंगा राम डॉक्टर से चर्चा भी कर रहे हैं. इस बीच गंगा राम यादव का ऑपरेशन सफल हो गया है और मरीज को विशेष निगरानी में रखा गया है.
पेट और पीठ की मांसपेशियों का कमजोर होना हर्निया का मुख्य कारण है। आमतौर पर भारी वजन उठाना, मोटापा, चोट लगना, ऑपरेशन, धूम्रपान, पुरानी खांसी, कब्ज, एक से अधिक बच्चों का जन्म आदि भी इस बीमारी के मुख्य कारण हैं। इससे मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है।
अगर मांसपेशियों से कोई अंग बाहर निकलने लगे और वह उभरा हुआ दिखाई दे, वहां सूजन हो तो हर्निया की जांच करानी चाहिए। अगर किसी ने पेट या शरीर के किसी अन्य हिस्से का ऑपरेशन कराया है तो मांसपेशियां कमजोर होने से चीरा हर्निया का खतरा बढ़ जाता है।
हर्निया के लक्षण: हर्निया पेट में होने वाली समस्या है। इससे होने वाला दर्द असहनीय होता है। पेट की मांसपेशियां कमजोर होने से हर्निया होता है। बड़ों के साथ बच्चों में भी यह समस्या देखने को मिलती है। हर्निया होने पर बच्चों को काफी तकलीफ होती है। सही समय पर इसके लक्षणों को पहचान कर इसका इलाज किया जा सकता है। बच्चों में हर्निया होने का कारण पेरिटोनियम का कमजोर होना है। आइए जानते हैं बच्चों में हर्निया होने पर दिखने वाले लक्षणों के बारे में।
हर्निया होने पर डॉक्टर सर्जरी का सहारा लेते हैं। इस समस्या में लेप्रोस्कोपिक सर्जरी से इलाज किया जाता है। ज्यादातर बच्चों में हर्निया की समस्या आनुवंशिक कारणों या गर्भ में असामान्यताओं के कारण होती है। हर्निया से बचाव के लिए खान-पान और जीवनशैली पर विशेष ध्यान देना चाहिए। बच्चों के खान-पान का ध्यान रखें और उन्हें खेलकूद के दौरान भारी सामान न उठाने दें। इससे हर्निया की समस्या से बचा जा सकता है।
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