ओड़गी थाना क्षेत्र के सावरनवा में एक वृद्ध महिला की हत्या कर शव को फंदे से लटकाने का मामला सामने आया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी दंपती और उनके दो बेटों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों का मानना है कि महिला ने काला जादू किया था, जिसके कारण उनके बड़े बेटे ने आत्महत्या की है।
अंबिकापुर. जादू-टोना के शक में एक वृद्ध महिला की हत्या कर शव को फांसी पर लटका दिया गया। मामला ओड़गी थाना क्षेत्र के सावरवां गांव का है। ओड़गी पुलिस ने इस मामले में आरोपी दंपती और उनके दो बेटों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों को शक था कि महिला जादू-टोना करती है, जिसके चलते उनके एक भाई ने आत्महत्या कर ली थी।
14 नवंबर की रात आरोपी मुकेश कुमार अपनी चचेरी दादी 65 वर्षीय ननकी बाई को अपने घर बुलाकर ले गया था। तब से ननकी बाई लापता थी। महिला के वापस नहीं लौटने पर उसके परिजन मुकेश कुमार के घर गए। वहां महिला और मुकेश कुमार दोनों नहीं मिले।
खोजबीन के बाद दो दिन बाद 16 नवंबर को महिला का शव महुआपारा जंगल में पेड़ से लटका मिला। पुलिस ने मामले की जांच शुरू की और शव पर चोट के निशान देखकर हत्या की आशंका जताई। पुलिस ने हत्या के संदेह में मुकेश कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की।
पूछताछ में पता चला कि आरोपियों को ननकी बाई पर डायन होने का शक था। आरोपी मुकेश के बड़े भाई ने कई साल पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उनका मानना था कि ननकी बाई द्वारा किए गए काले जादू के कारण उसके बड़े भाई ने आत्महत्या की है। इसी बात को लेकर वे ननकी बाई से रंजिश रखते थे। वह उसे जान से मारने की नीयत से अपने घर ले गया था।
युवक ने अपने पिता, मां और भाई के साथ मिलकर महिला की पिटाई की और उसके सिर पर टंगिया के पासे से हमला कर उसकी हत्या कर दी। हत्या को फांसी का रूप देने के लिए उन्होंने उसके शव को घर से थोड़ी दूरी पर जंगल में एक पेड़ पर लटका दिया।
मामले में पुलिस ने आरोपी मुकेश कुमार सहित उसके बड़े भाई मुकुम राम, पिता प्रणसय और मां मुन्नी बाई को हत्या की धारा 4,5 और छत्तीसगढ़ टोनही प्रताड़ना अधिनियम 2005 के तहत गिरफ्तार कर सूरजपुर न्यायालय में पेश किया। जहां से उन्हें न्यायिक हिरासत में सूरजपुर जेल भेज दिया गया।