- खाद संकट: खाद के लिए अफसरों के पैरों में गिरे किसान, फिर भी खाली हाथ लौटे

खाद संकट: खाद के लिए अफसरों के पैरों में गिरे किसान, फिर भी खाली हाथ लौटे

प्रदेश में खाद की किल्लत बढ़ती जा रही है, जिसके चलते किसान विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। नर्मदापुरम में किसानों ने खाद की उपलब्धता को लेकर एसडीएम के सामने विरोध प्रदर्शन किया।

नर्मदापुरम: प्रदेश में खाद का संकट दिनोंदिन गहराता जा रहा है। किसान खाद की तलाश में एक शहर से दूसरे शहर भटकने को मजबूर हैं। कहीं खाद पाने के लिए धक्का-मुक्की की स्थिति है तो कहीं किसान प्रदर्शन कर सड़क जाम करने को मजबूर हैं।

 

सोमवार को नर्मदापुरम जिले के सिवनी मालवा शहर में किसान सड़क पर उतर आए। उन्होंने प्रदर्शन कर सड़क जाम भी किया। जब इससे भी बात नहीं बनी तो किसान एसडीएम सरोज सिंह परिहार के सामने झुक गए, ताकि लहलहाती फसल का सपना देख रही आंखों में खाद के संकट के कारण आंसू न आएं। एसडीएम का कहना है कि खाद की कोई कमी नहीं है। कृषि अधिकारियों को भी खाद उपलब्ध कराने को कहा गया है।

20 को लगेगी रेक, 300 मीट्रिक टन डीएपी मिलेगी

श्योपुर में नकद बिक्री केंद्र से किसानों को डीएपी सहित यूरिया व अन्य रासायनिक खाद वितरित की जा रही है। वर्तमान में श्योपुर केंद्र पर 100 मीट्रिक टन डीएपी, 3500 मीट्रिक टन यूरिया व 200 मीट्रिक टन एनपीके उपलब्ध है। 20 नवंबर को लगी रेक से श्योपुर को 300 मीट्रिक टन डीएपी व 200 मीट्रिक टन एनपीके मिल रही है।

किसानों की मांग के अनुसार खाद की आपूर्ति लगातार की जा रही है और मांग के अनुसार खाद उपलब्ध कराई जा रही है। श्योपुर सहित बड़ौदा व विजयपुर में नकद बिक्री केंद्रों से खाद वितरित की जा रही है। इसी प्रकार बीरपुर मार्केटिंग सोसायटी सहित अन्य सहकारी संस्थाओं से भी खाद वितरित की जा रही है।

 सतेंद्र सिंह डीएमओ, मार्कफेड श्योपुर

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