अधिकारियों ने बताया कि राजस्य अभियान 15 जनवरी से 29 फरवरी के चलाया जाएगा। राजस्व अभियान के अन्तर्गत राजस्व रिकार्ड का वाचन-पटवारी द्वारा किया जाना है और खसरा, बी-1 का ग्राम में वाचन, समग्र ई-केवाइसी तथा खसरे की समग्र, आधार से लिंकिंग, आरसीएमएस पर प्रकरण दर्ज कराना, आरसीएमएस पर दर्ज प्रकरणों का समय सीमा में निराकरण, अभियान अवधि में 6 माह से अधिक के दर्ज लबिंत प्रकरणों एवं का शत-प्रतिशत निराकरण किया जाना, अभियान अवधि में प्राप्त अविवादित प्रकरणों एक माह में शत-प्रतिशत निराकरण किया जाएगा।
उत्तराधिकार नामांतरण का प्रमाण पत्र 29 फरवरी तक प्रदाय करना है। सीमांकन, नक्शा तरमीम- खसरे पर बटांकन होना है लेकिन नक्शे पर नहीं होना, खसरा नंबर का एक से अधिक बार होना, खसरे मे बटांकन होना एवं नक्शे में नहीं होना, शामिल खसरे को भिन्न किया जाना आदि शामिल है। अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान पटवारी द्वारा 15 जनवरी से 29 फरवरी तक की जाने वाली कार्रवाईयों में ग्रामों में बी-1 का वाचन करना, आरसीएमएस पोर्टल पर प्रकरण दर्ज कराना, राजस्व अभिलेख में सुधार, आधार ई-केवायसी कराने और खसरे तथा आधार के लिकिंग की कार्रवाई पूर्ण कर किसानों को प्रदाय करना शामिल हैं।
अनुविभागीय अधिकारी एवं तहसीलदार तथा नायब तहसीलदार द्वारा 15 जनवरी से 29 फरवरी तक अभियान का व्यापक प्रचार प्रसार ग्रामों का क्लस्टर बना कर सतत् भ्रमण, अभियान में आरसीएमएस पर दर्ज प्रकरणों नायब तहसीलदार का शत प्रतिशत निराकरण, आधार से ई-केवाइसी कराने और खसरे तथा आधार के लिंकिंग की कार्यवाही पूर्ण कराने कर किसानों को दी जाना है।