भोपाल। राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि हस्तशिल्प का सृजन दिल और दिमाग़ के अद्भुत समन्वय का परिणाम होता है। परी बाज़ार में देश भर के उत्कृष्ट कलाकारों के शिल्प के प्रदर्शन का अवसर देना सराहनीय है। उन्होंने नागरिकों का आव्हान किया कि स्थानीय उत्पादों के प्रोत्साहन के लिए वोकल हो। पटेल बेगम्स ऑफ भोपाल लेडीज क्लब के तत्वावधान में आयोजित परी बाज़ार के शुभारम्भ कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने गौहर महल परिसर में परी बाज़ार का शुभारम्भ किया।
राज्यपाल पटेल ने सभी से आग्रह किया कि बाज़ार घूमने के लिए आये तो यहॉ से कुछ ना कुछ ज़रूर ख़रीदे। इससे स्थानीय कारीगरों को प्रोत्साहन मिलता है। उन्होंने दस्तकारों, हुनरमंद कारीगरों को मंच देने के भोपाल लेडीज़ क्लब के प्रयासों को सार्थक बताया। पटेल ने भोपाल लेडीज़ क्लब द्वारा भारत के एकमात्र महिला बाज़ार को पुनर्जीवित करने के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने आयोजन के लिए परी बाज़ार की पूरी टीम को बधाई दी।राज्यपाल मंगुभाई पटेल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में महिला सशक्तिकरण का कार्य चल रहा है। स्व सहायता समूह की गतिविधियों ने महिलाओं के जीवन में आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता प्रदान की है। अब महिलाएँ आर्थिक रूप से स्वतंत्र होकर आगे बढ़ रही है।
राज्यपाल पटेल ने कहा है कि भोपाल शहर गंगा-जमुनी तहज़ीब की मिसाल रहा है। यह समृद्ध ऐतिहासिक और सांस्कृतिक परम्पराओं का मिलन स्थल है। सुल्तान जहाँ बेगम ने अनेक लोकहित कार्यों के साथ महिलाओं को सशक्त बनाने और उनकी रचनात्मकता को बढ़ावा देने परी बाज़ार की स्थापना की थी। यह उनका अभिनव और अद्वितीय प्रयास था।
राज्यपाल पटेल का कार्यक्रम के प्रारंभ में स्मृति चिन्ह और खादी के परिधान भेंट कर अभिनंदन किया गया। उन्होंने दीप प्रज्जवलन कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया। पटेल ने कमला पार्क में देशभर से आये कारीगरों के स्टॉल्स का अवलोकन किया। शुभारम्भ कार्यक्रम में स्वागत भाषण चिरायु फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. अजय गोयनका ने दिया। नाबार्ड के चेयरमेन सुनील कुमार ने स्थानीय कारीगरों के प्रोत्साहन के लिए नाबार्ड के प्रयासों की जानकारी दी। बेगम्स ऑफ भोपाल लेडीज क्लब की अध्यक्ष सुश्री रक्षा ज़ाहिद ने आभार व्यक्त किया।