जबलपुर, । जवाहरलाल नेहरू कृषि विश्वविद्यालय, जबलपुर को भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् नई दिल्ली एवं बीज विज्ञान संस्थान मऊ (उ.प्र.) के सहयोग से ५ हजार क्विंटल क्षमता वाले ए.सी. डिह्यूमिडीफाइड बीज भण्डारण एवं थ्रेसिंग फ्लोर के निर्माण हेतु राशि प्रदान की गई थी, जो विश्वविद्यालय के पौध प्रजनन एवं अनुवांशिकी विभाग के अंतर्गत प्रजनक बीज उत्पादन इकाई में निर्माण किया गया। नवनिर्मित अधोसंरचना का लोकार्पण डॉ. संजय कुमार, निदेशक, भारतीय बीज विज्ञान संस्थान, मऊ (उ.प्र.) के मुख्य आतिथ्य एवं कुलपति डॉ. पी. के. मिश्रा, जनेकृविवि की अध्यक्षता में सम्पन्न हुआ।
मुख्य अतिथि डॉ. संजय कुमार ने बताया की डिह्यूमिडीफाइड बीज भण्डारण के लोकार्पण से विश्वविद्यालय में उत्पादित सोयाबीन की विभिन्न किस्मों के बीजों के भण्डारण के साथ-साथ उनके गुणवत्ता को भी बरकरार रखने में मदद मिलेगी। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे कुलपति डॉ. प्रमोद कुमार मिश्रा ने सोयाबीन की उत्पादन स्थिति पर प्रकाश डालते हुये नवनिर्मित अद्योसंरचना का महत्वपूर्ण उद्देश्य किसानों के बीच प्रस्तुत किया साथ ही आपने कहा कि भविष्य में अन्य फसलों हेतु इस तरह के भण्डारण विधि को अधिक प्रोत्साहन की जरूरत है।
संचालक अनुसंधान सेवाऐं डॉ. जी. के. कौतू ने किसानों को आत्म निर्भर होने हेतु कृषि विज्ञान आधारित कृषि करने हेतु आव्हान किया। संचालक प्रक्षेत्र डॉ. आर. एस. शुक्ला ने कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा प्रदाय अद्योसंरचना के उद्देश्यों का उल्लेख किया। किसान गोष्ठी के माध्यम से विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों द्वारा रबी फसलों के गुणवत्तायुक्त बीज उत्पादन प्रक्रियाओं पर प्रकाश डाला गया। प्रत्येक किसान को विश्वविद्यालय द्वारा विकसित की गई उन्नतशील किस्मों के बीज भी कार्यक्रम में पधारे मुख्य अतिथि एवं कुलपति डॉ. मिश्रा द्वारा वितरित किया गया। इस कार्यक्रम में वि.वि. के वैज्ञानिकों, तकनीकी अधिकारियों तथा कर्मचारियों के अलावा प्रदेश के ५० से अधिक प्रगतिशील किसानों ने भाग लिया।
कार्यक्रम का संचालन वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार सिंह एवं आभार प्रदर्शन प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. मनोज श्रीवास्तव द्वारा किया गया।
इस अवसर पर अधिष्ठाता कृषि संकाय डॉ. धीरेन्द्र खरे, अधिष्ठाता कृषि अभियांत्रिकी संकाय डॉ. अतुल श्रीवास्तव, संचालक विस्तार सेवाऐं डॉ. दिनकर शर्मा, लेखानियंत्रक डी. आर. महोबिया, कार्यपालन यंत्री डॉ. ए. के. राय तथा अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. अमित शर्मा उपस्थित थे। इस कार्यक्रम को सफल बनाने में डॉ. अजय जायसवाल, निखिल द्विवेदी एवं विभाग के समस्त कर्मचारियों का महत्वपूर्ण योगदान रहा।