उन्होंने कहा कि इंटरनेट ऑफ थिंग्स (आईओटी) और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) हमारे रोजमर्रा के जीवन में शामिल हो रहे हैं। इन सभी अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी के मूल में सेमीकंडक्टर चिप और इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स ही मौजूद हैं और दुनिया को इस संबंध में एक विश्वसनीय चिप सप्लाई चेन की आवश्यकता है।पटेल ने कहा कि दुनिया की इस आवश्यकता को पूरा करने के लिए आदरणीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स के लिए दुनिया को एक मजबूत सप्लाई चेन प्रदान करने में सक्षम है, और गुजरात इसमें अग्रणी योगदान दे सकता है।
इसके लिए गुजरात का रोडमैप प्रस्तुत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि गुजरात एआई, इनफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी (आईटी), बायोटेक, फिनटेक, ड्रोन और सेमीकंडक्टर जैसे दुनिया के सभी उभरते क्षेत्रों में आगे रहने को प्रतिबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की प्रेरणा से शुरू हुई वाइब्रेंट गुजरात ग्लोबल समिट की लगातार सफलता ने आज गुजरात को नेटवर्किंग और नॉलेज शेयरिंग का ग्लोबल प्लेटफॉर्म बना दिया है और अब सरकार की मंशा भविष्य की ओर नजर रखते हुए राज्य को ‘गेटवे टू द फ्यूचर’ बनाने की है। उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स का यह सेमिनार भी इसके अनुरूप है। मुख्यमंत्री ने ‘फ्यूचर रेडी इंडिया के लिए फ्यूचर रेडी गुजरात’ बनाने की प्रतिबद्धता व्यक्त करते हुए कहा कि हम सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स जैसे नए युग के उभरते क्षेत्रों पर विशेष बल देते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘आत्मनिर्भर भारत’ के विजन को साकार करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
इस अवसर पर केंद्रीय रेल, संचार एवं इलेक्ट्रॉनिक्स तथा आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने गुजराती भाषा में ‘केम छो’ कहते हुए अपने संबोधन की शुरुआत की। उन्होंने कहा कि आदरणीय प्रधानमंत्री के विजन से शुरू हुई वाइब्रेंट गुजरात समिट एक ऐसा मॉडल है जिसके कारण गुजरात में नई टेक्नोलॉजी और नए उद्योग आए हैं। केंद्रीय मंत्री ने इस अमृत काल की पहली वाइब्रेंट समिट बताते हुए कहा कि, इस समिट में जिस तरह के एमओयू और एग्रीमेंट हुए हैं, वह विकसित भारत बनने की शुरुआत है। गुजरात के पास प्रधानमंत्री के विजन को धरातल पर उतारने के लिए सक्षम मशीनरी है। इसके साथ ही उन्होंने उत्साहपूर्वक कहा कि गुजरात में वर्ष 2024 में देश की पहली मेक इन इंडिया चिप का उत्पादन होगा।
सेमिनार में अमेरिकी चिप कंपनी माइक्रोन के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) संजय मेहरोत्रा ने राज्य सरकार एवं भारत सरकार के अभूतपूर्व सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया और कहा कि, वह दिन दूर नहीं जब भारत में मजबूत सेमीकंडक्टर सप्लाई चेन का निर्माण होगा। सेमीकंडक्टर एंड इलेक्ट्रॉनिक्स सेमिनार में गुजरात सरकार और कोरियाई कंपनी सिमटेक के बीच एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इसके साथ ही, माइक्रोन और नेनटेक तथा सिस्को एवं नेनटेक के बीच भी सहभागिता के लिए करार पर हस्ताक्षर किए गए।