MP News: हिंदवे में भाजपा गठबंधन नगर परिषद की ओर से प्रभु दिवस समारोह का आयोजन किया गया था। समारोह को भव्यता देने के लिए रियलिटी शो इंडियाज गोत्रसा की पूर्व संध्या पर इशिता को भी बुलाया गया था, कमल नाथ की तारीफ की।
कांग्रेसी भाजपा समर्थक हो गए, सिद्धांत बदल गए, व्यवस्थाएं बदल गईं...लेकिन पिछली गलतियां सामने आ गई हैं। ऐसा ही एक मामला पूर्व सीएम कमल नाथ के हिंदवे में हुआ, जहां भाजपा की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इस गौरव दिवस कार्यक्रम की शान बढ़ाने के लिए विशेष आग्रही बुलाए गए थे। जब उनसे पूछा गया कि हिंदू बुनकर सिर्फ एक ही नाम जानता है और उसका नाम है कमल नाथ! असली हिंदवे में भाजपा गठबंधन नगर परिषद की ओर से प्रभु दिवस समारोह का आयोजन किया गया था। इस दौरान मैसूर विक्रम एके भी मौजूद थे। इशिता से सवाल-जवाब का सिलसिला शुरू हो गया इशिता का यह वज्रपात कार्यक्रम के आयोजकों को पसन्द आया।
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महापौर आहके भी सहयोगी बन गईं। कान में इशिता की फुसफुसाहट जानने के लिए पढ़ें। परिणाम से बचने और विषय बदलने की स्थिति निर्मित हो गई। वैज्ञानिक है कि हिन्दुस्तान में लिबरल अस्पताल कांग्रेस के हिस्से में आया। इस चुनाव में विक्रम आहके नेता बने।
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जिस समय यह चुनाव हुआ, आहके कांग्रेस अध्यक्ष और कमल नाथ के करीबी माने जाते थे। हालांकि बाद में वे कांग्रेस के खाली प्रचार में भाजपा के साथ चली गईं। चुनाव के बाद की चर्चाओं में यह भी कहा गया है कि विक्रमादित्य का निर्णय फिर से कांग्रेस में शामिल होने का है। इसके लिए उन्होंने कमल नाथ और नकुल नाथ से मुलाकात भी की, हालांकि बाद में यह मामला आगे नहीं बढ़ा।