- कई क्षेत्रों में गरज-चमक के साथ वर्षा भोपाल नौतपा में अभी तक जमकर तपे प्रदेश में इस बार कई शहरों में अधिकतम तापमान 48 डिग्री सेल्सियस के पार तक जा चुका है। नौपता के अंतिम चरण में अब गर्मी के तेवर धीरे-धीरे नर्म पड़ते दिखने लगे हैं। देश में मानसून के प्रवेश करने के साथ लगातार आगे बढऩे के कारण मध्य प्रदेश में भी मौसम का मिजाज कुछ बदलने लगा है। विशेषकर हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी एवं पश्चिमी होने लगा है। मौसम विज्ञानियों के मुताबिक हवाओं के साथ नमी आने के कारण अब मानसून पूर्व की गतिविधियों में तेजी आने की संभावना है। इसी क्रम में पिछले 24 घंटों के दौरान शनिवार सुबह साढ़े आठ बजे तक विदिशा के कुरवाई में छह, अशोकनगर में दो, अशोकनगर के मुंगेली में एक मिलीमीटर वर्षा हुई। इसी तरह सागर के जैसीनगर में 4.2, सागर में 0.3, खुरई में 0.2, पन्ना के देवेंद्र नगर में 0.1 एवं कटनी में 0.1 मिलीमीटर वर्षा हुई। ग्वालियर, मुरैना, श्योपुरकलां, भिंड, गुना, देवास, छतरपुर, मैहर, दमोह, अनूपपुर, उमरिया में गरज-चमक के साथ कहीं-कहीं बूंदाबांदी भी हुई। ग्वालियर, खजुराहो एवं सीधी में गर्म रातें रहीं। भीषण गर्मी से मिली राहत मौसम विज्ञान केंद्र के पूर्व मौसम विज्ञानी अजय शुक्ला ने बताया कि हवाओं का रुख दक्षिण-पश्चिमी एवं पश्चिमी होने लगा है। इस वजह से राजस्थान एवं गुजरात में भी तपिश में कमी आने लगी है। इससे मध्य प्रदेश में भी भीषण गर्मी से धीरे-धीरे राहत मिलने लगी है। रविवार को नौतपा समाप्त हो जाएगा। सोमवार से प्रदेश को लू से मुक्ति मिल सकती है। साथ ही अब मानसून पूर्व की गतिविधियों में धीरे-धीरे तेजी आने लगेगी। इसके तहत प्रदेश के अधिकतर शहरों में तेज रफ्तार से धूल भरी हवाएं चलने के साथ गरज-चमक की स्थिति बनेगी। साथ ही कहीं-कहीं हल्की बौछारें भी पड़ सकती हैं। मौजूदा स्थितियों को देखते हुए दक्षिण-पश्चिमी मानसून के संभावित तारीख 16 जून के पहले ही प्रदेश में आने की प्रबल संभावना बन रही है। 14-15 तारीख तक मानसून मप्र में दस्तक दे सकता है।