-मेटा ने किया अशांति फैलाने के चीन के नापाक इरादों का खुलासा नई दिल्ली,। फेसबुक और इंस्टाग्राम की स्वामित्व वाली कंपनी मेटा ने भारत में अशांति फैलाने के चीन के नापाक इरादों का खुलासा किया है। मेटा ने कहा है कि भारत में खालिस्तानी आतंकियों के पक्ष में माहौल बनाने और समर्थन करने के लिए चीन से फर्जी फेसबुक और इंस्टा अकाउंट बनाए गए हैं। इन फर्जी अकाउंट्स के निशाने पर सिख समुदाय था, जिनके बीच खालिस्तान समर्थक भावनाओं को उभारने का प्रयास किया जा रहा था। मेटा ने खालिस्तान को बढ़ावा देने वाले 37 फेसबुक अकाउंट, 13 पेज, 5 ग्रुप और 9 इंस्टाग्राम अकाउंट को हटा दिया है। इन अकाउंट्स की गतिविधियां संदिग्ध और अप्रमाणिक पाई गई हैं। इन अकाउंट्स से फर्जी खबरें, तस्वीरें, छेड़छाड़ वाले वीडियो और प्रॉपगैंडा पोस्ट किए जा रहे थे। फेसबुक और इंस्टाग्राम के मालिक मेटा ने अपनी एडवर्सरियल थ्रेट रिपोर्ट में कहा कि उन्होंने समन्वित अप्रामाणिक व्यवहार के खिलाफ अपनी नीति का उल्लंघन करने के लिए इन अकाउंट्स, पेज और ग्रुप को हटाया दिया है। मेटा ने 2024 अपनी रिपोर्ट में कहा है कि यह नेटवर्क चीन में बनाया गया और इसने ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, भारत, न्यूजीलैंड, पाकिस्तान, यूके और नाइजीरिया समेत वैश्विक सिख समुदाय को निशाना बनाया। मेटा ने कहा कि इस गतिविधि में चीन से संचालित कई फर्जी अकाउंट के समूह शामिल थे, जो भारत और तिब्बत क्षेत्र को निशाना बनाते थे। रिपोर्ट में कहा गया है, इनमें से कुछ समूहों ने एक-दूसरे को बढ़ावा दिया, जिनमें से ज्यादातर ने अपने फर्जी अकाउंट्स के जरिए प्रचार किया, जिससे अभियान को वास्तविकता से ज्यादा लोकप्रिय दिखाया जा सकते। मेटा ने कहा कि इस ऑपरेशन में फर्जी और संदिग्ध अकाउंट का इस्तेमाल किया गया है, जिनमें से कुछ को हमारी जांच से पहले ही हमारी प्रणाली के जरिए पता लगाकर निष्क्रिय कर दिया गया। ये फर्जी अकाउंट सिख पहचान के साथ बने थे। मेटा ने रिपोर्ट में कहा कि चीन स्थित नेटवर्क ने एक काल्पनिक ऑपरेशन के बनाया, जिसमें न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया समेत सिख समर्थक विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया गया। इसने यह भी दावा किया कि उसने ऑपरेशन के गतिविधियों की पहचान कर ली और उसे हटा दिया। मेटा ने कहा कि उन्होंने मुख्य रूप से अंग्रेजी और हिंदी में न्यूज और वर्तमान घटनाओं के बारे में पोस्ट किया, जिसमें फोटो एडिटिंग के जरिए छेड़छाड़ की गई या एआई द्वारा बनाई तस्वीरें शामिल थीं। इसके अलावा पंजाब क्षेत्र में बाढ़, दुनिया भर में सिख समुदाय, खालिस्तान के लिए कथित आंदोलन, हरदीप सिंह निज्जर की हत्या और भारत सरकार की आलोचना के बारे में पोस्ट की गई थी।