जीवन का सौंदर्य है काव्य जबलपुर, । संस्कारधानी की साहित्यिक संस्था अनेकांत की काव्य गोष्ठी विगत रविवार को श्री जानकी रमण महाविद्यालय जबलपुर में सम्पन्न हुई। काव्य जीवन का सौंदर्य है जिसमें रस छंद अलंकारों से उसकी शोभा द्विगुणित हो जाती है ऐसे विचार काव्य गोष्ठी की अध्यक्षता करते हुए डा अरूणा पांडे एवं मुख्य अतिथि अभिमन्यु जैन ने व्यक्त किये। काव्य में कला पक्ष पर मुख्य वक्ता राजेश पाठक प्रवीण ने प्रकाश डाला सारस्वत अतिथि डॉ अभिजात कृष्ण त्रिपाठी ने वर्तमान में काव्य सृजन कैसा हो संस्था अध्यक्ष डा संध्या जैन श्रुति ने संस्था गत गतिविधियों पर अपने विचार रखे , काव्य गोष्ठी की संयोजना राजेन्द्र मिश्रा एवं संचालन संतोष नेमा संतोष ने किया।सुमधुर सरस्वती वंदना अनुराधा गर्ग दीप्ति ने प्रस्तुत की। काव्य गोष्ठी के द्वितीय चरण में संस्कारधानी के रचनाकारों ने एक से बढ़कर एक रचनाएँ प्रस्तुत कर सबको आनंदित कर दिया जिसमें सर्व श्री अभिमन्यु जैन, डा अरूणा पांडे, राजेन्द्र मिश्रा, डा संध्या जैन श्रुति, सुशील कुमार श्रीवास्तव, राजेश पाठक प्रवीण, सारस्वत अतिथि इंजी सरस जैन, डा सुरेन्द्र बागरी, डा अखिलेश खरे, यशोवर्धन पाठक, संतोष नेमा संतोष, जी एल जैन,गणेश श्रीवास्तव प्यासा, अनुराधा गर्ग दीप्ति, इंद्र सिंह राजपूत,कुंजीलाल चक्रवर्ती निर्झर, लखनलाल रजक, नारायण तिवारी, चंद्रकांत जैन, मीना पाठक, विनय विश्वकर्मा ज्योति प्रकाश अवस्थी ने काव्य रस वर्षा कर सभी को विभोर कर दिया। कार्यक्रम का सफल संचालन संतोष नेमा एवं राजेंद्र मिश्रा ने किया आभार प्रदर्शन नारायण तिवारी ने किया।