भोपाल। मध्यप्रदेश जनजातीय संग्रहालय द्वारा प्रदेश के जनजातीय चित्रकारों को चित्र प्रदर्शनी और चित्रों की बिक्री के लिये सार्थक मंच उपलब्ध कराने की दृष्टि से प्रतिमाह लिखन्दरा प्रदर्शनी दीर्घा में किसी एक जनजातीय चित्रकार की प्रदर्शनी सह विक्रय का संयोजन शलाका नाम से किया जाता है। इसी क्रम में आज 3 मार्च, 2024 से भील समुदाय की चित्रकार सुश्री रेसु गणावा के चित्रों की प्रदर्शनी सह-विक्रय का संयोजन किया जा रहा है। 47वीं शलाका चित्र प्रदर्शनी 30 मार्च, 2024 (मंगलवार से रविवार) तक निरंतर रहेगी। युवा भीली चित्रकार रेसु गणावा का जन्म मध्यप्रदेश के जनजातीय बहुल झाबुआ जिले के एक छोटे से ग्राम- नयागाँव खालसा में हुआ, जो कि गुजरात सीमा से सटा हुआ है।