भितरवार। आज के समय में भी कई लोग बेटा बेटी में भेदभाव करते हैं। जहां बेटियों को जन्म से पहले ही मार दिया जाता है या उनके पैदा होने पर शोक मनाया जाता है। लेकिन बदलते वक्त के साथ लोगों की मानसिकता भी बदल रही है। ऐसा ही एक मामला भितरवार नगर में सामने आया है अनुभाग की ग्राम पंचायत चरखा की सरपंच धकेली बाई जनक सिंह तोमर ने बेटी बचाओ बेटी बढाओ का संदेश देते हुए अपनी नातिन के जन्म पर ऐसा जश्न मनाया कि लोग देखते रह गए। बेटी के स्वागत के लिए जहां पूरे घर को दुल्हन की तरह सजाया गया तो वही ढोल नगाड़ों की धुन पर नवजात बेटी का गृह प्रवेश कराया गया।
भितरवार नगर की वार्ड क्रमांक 4 रेस्ट हाउस के सामने निवासरत चरखा गांव की सरपंच धकेली बाई जनक सिंह तोमर के पुत्र गौरव (गोल्डी)तोमर की पत्नी श्वेता तोमर द्वारा पिछले रोज ग्वालियर के एक निजी चिकित्सालय में जन्म दिया तो घर में पहली बेटी के जन्म को लेकर खुशियों का माहौल था। शनिवार को जैसे ही सरपंच पुत्र और पुत्रवधू अपनी पहली संतान के रूप में हुई बेटी को लेकर जैसे ही अपने घर भितरवार पहुंचे तो पूरी गली मोहल्ले में ढोल नगाड़ों के साथ नाचते गाते हुए, घर में प्रवेश के समय ढोल बजवाए गए और मिठाइयां बांटी गई और खूब डांस करते हुए खुशियां मनाई गई। वहीं सरपंच श्रीमती तोमर ने नन्ही परी के गृह प्रवेश पर पर के छापे लगवा कर स्वागत
किया और आमजन को बेटी बचाओ बेटी बढ़ाओ और बेटी पढ़ाओ का संदेश देते हुए कहा कि हमारे परिवार में पहली बार बेटी का जन्म हुआ है हमारे घर में साक्षात बेटी के रूप में लक्ष्मी का आगमन हुआ है और लोग जो बेटी को अभिशाप समझते हैं वह लोग निश्चित ही बेटी के महत्व को नहीं समझते, बेटी साक्षात लक्ष्मी है बेटी से ही दो घरों का नाता जोड़ता है इसलिए बेटी को बेटों से कम ना समझे। इस दौरान पूरे घर को दुल्हन की तरह सजाया गया था और कई रंग बिरंगी आतिशबाजी भी बेटी के आगमन पर चलाई गई।