स्वामी विवेकानंद के विचार हर भारतीय के लिए अत्यंत उपयोगी है, उनके विचार मनुष्य जीवन के लक्ष्य को सुनिश्चित करते है। उक्त उद्गार मध्यप्रदेश जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष विभाष उपाध्याय ने विवेकानंद व्याख्यान माला में व्यक्त किये।स्थानीय विवेकानंद केंद्र, कन्याकुमारी द्वारा स्वामीजी की जयंती पर, अनवरत 56 वर्षो से आयोजित हो रही इस व्याख्यान माला में सम्बोधित करते हुए उपाध्याय ने कहा कि स्वामीजी के जीवन चरित्र से ज्ञान पैदा होता है जो संघर्ष को समाप्त कर देता है।उन्होंने शिकागो धर्मसम्मेलन में सनातन परंपरा के
वाहक बन कर सम्पूर्ण विश्व के सामने प्राचीन भारतीय संस्कृति का जो अलख जगाया, वो आज तक जल रहा है।उन्होंने अनेक प्रसंगों को सुनाकर स्वामीजी व रामकृष्ण परमहंस के विचारों को बताया। इस अवसर पर पुराने कार्यकताओं में से सत्येंद्र जोशी व गोपाल निगम का सम्मान किया गया।कार्यक्रम में केंद्र के प्रणेता एकनाथजी रानडे पर संक्षिप्त फ़िल्म का प्रदर्शन भी किया गया।अतिथि द्वारा इस अवसर पर आरव नायक केएक ही धागे से बनाये, स्वामीजी के चित्र का आवरण भी किया गया।मंच पर कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ अभिभाषक सुरेश राजपुरोहित तथा नगर संचालक सरदार सिंह तंवर उपस्थित थे।
पूर्व में अतिथियों का स्वागत मोहन कडूसकर , जनअभियान परिषद के जिला समन्वयक नवनीत रत्नाकर व डॉ अभिषेक वैद्य ने किया।अतिथि परिचय अभिनन्दन तंवर ने दिया।तीन ओमकार प्रार्थना रितेश भैया, गीत सत्येंद्र जोशी, ईशा ठाकुर व मनीषा दीदी ने गाया।शांति मंत्र पूजा दीदी ने दिया।कार्यक्रम का संचालन डॉ नवीन राठौर ने किया तथा अंत मे आभार नन्दन जोशी ने माना। कार्यक्रम स्थल पर विवेकानंद साहित्य का स्टॉल भी लगाया गया था।इस अवसर पर बड़ी संख्या में श्रोता उपस्थित थे।